महाराष्ट्र में कड़ा मुकाबला: सी-वोटर सर्वेक्षण की भविष्यवाणी
सी-वोटर सर्वे के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति (BJP, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP) को 288 सीटों में से 112 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि विपक्षी महाविकास आघाड़ी (MVA) को 104 सीटें मिल सकती हैं। 61 सीटों पर परिणाम अभी अनिश्चित बताए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
महायुति और MVA के बीच करीबी मुकाबला:
- महायुति को बढ़त के साथ 112 सीटें मिलने का अनुमान।
- महाविकास आघाड़ी को 104 सीटें मिलने की संभावना।
- 61 सीटों पर फैसला अभी स्पष्ट नहीं।
- बहुमत का आंकड़ा 145 है।
क्षेत्रवार सीटों का विश्लेषण:
- मुंबई:
- महायुति: 17 सीटें।
- MVA: 10 सीटें।
- 8 सीटें अनिश्चित।
- कोंकण:
- महायुति: 20 सीटें।
- MVA: 8 सीटें।
- 9 सीटें अनिश्चित।
- मराठवाड़ा:
- महायुति: 20 सीटें।
- MVA: 14 सीटें।
- 13 सीटें अनिश्चित।
- उत्तर महाराष्ट्र:
- महायुति: 18 सीटें।
- MVA: 9 सीटें।
- 8 सीटें अनिश्चित।
- विदर्भ और पश्चिम महाराष्ट्र:
- विदर्भ:
- MVA: 23 सीटें।
- महायुति: 18 सीटें।
- 16 सीटें अनिश्चित।
- पश्चिम महाराष्ट्र:
- MVA: 34 सीटें।
- महायुति: 25 सीटें।
- 7 सीटें अनिश्चित।
- विदर्भ:
- मुंबई:
मत प्रतिशत का आकलन:
- महायुति: 41%।
- MVA: 40%।
- अन्य पार्टियां: 19%।
लिंग के अनुसार मतदान:
- महिलाएं:
- महायुति: 41.9%।
- MVA: 36.4%।
- अन्य: 21.7%।
- पुरुष:
- महायुति: 40.3%।
- MVA: 43.3%।
- अन्य: 16.4%।
एग्ज़िट पोल की भविष्यवाणियां:
- तीन एग्ज़िट पोल ने महायुति की वापसी की संभावना जताई है।
- औसतन, महायुति को 158 सीटें और MVA को 130 सीटें मिलने का अनुमान।
- मेट्रिज़े:
- महायुति: 150-170।
- MVA: 110-130।
- टाइम्स नाउ-जेवीसी:
- महायुति: 159।
- MVA: 116।
- चाणक्य:
- महायुति: 152-160।
- MVA: 130-138।
- PMarq:
- महायुति: 137-157।
- MVA: 126-146।
2019 के चुनावों का संक्षिप्त विवरण:
- NDA (BJP और शिवसेना) ने 161 सीटें जीती थीं।
- मुख्यमंत्री पद पर असहमति के कारण शिवसेना ने कांग्रेस और NCP के साथ गठबंधन कर MVA सरकार बनाई।
- 2022 में एकनाथ शिंदे और 2023 में अजित पवार की बगावत से राजनीतिक समीकरण बदले।
अहम मुद्दे और चुनौतियां:
- शिवसेना की विरासत के लिए एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच प्रतिस्पर्धा।
- शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले NCP गुटों में टकराव।
निष्कर्ष:
अगर एग्ज़िट पोल की भविष्यवाणियां सही साबित होती हैं, तो यह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की बड़ी जीत मानी जाएगी। इसके परिणाम 2024 लोकसभा चुनाव पर भी प्रभाव डाल सकते हैं। 23 नवंबर को मतगणना के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।