महाकुंभ 2025: 10 करोड़ श्रद्धालुओं के साथ बना नया कीर्तिमान
प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ महोत्सव आस्था, संस्कृति और योजनाबद्ध व्यवस्था का अद्भुत संगम बन गया है, जिसने 23 जनवरी तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित किया है।
मकर संक्रांति (14 जनवरी) को 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, जहां गंगा, यमुना और कल्पित सरस्वती नदियों का संगम होता है।
त्योहार के समापन तक कुल 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक बन जाएगा।
मुख्य आकर्षण:
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व: 16 जनवरी को 10 देशों—फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो, तथा यूएई—के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उत्सव में भाग लिया।
आधुनिकता और परंपरा का संगम: 85 फीट ऊंचा "तेजस पंडाल" हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) तेजस लड़ाकू विमान से प्रेरित है।
संस्कृति और विरासत: अखाड़े, "वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट" प्रदर्शनी और कलाग्राम जैसे कार्यक्रम भारतीय कला, शिल्प और व्यंजनों को प्रदर्शित करते हैं।
मनोरंजन: 'प्रयाग माहात्म्य' और 'समुद्र मंथन' की कहानियों पर ड्रोन शो। शंकर महादेवन, मोहित चौहान, और कैलाश खेर द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ।
आगामी शाही स्नान:
29 जनवरी (मौनी अमावस्या): ऋषभ देव के मौन व्रत की याद में आध्यात्मिक शुद्धि का दिन।
3 फरवरी (बसंत पंचमी): माँ सरस्वती के आगमन और वसंत ऋतु का स्वागत।
12 फरवरी (माघी पूर्णिमा): गुरु बृहस्पति और दिव्य अवतारों का पूजन।
26 फरवरी (महाशिवरात्रि): अंतिम पवित्र स्नान, भगवान शिव की आराधना।
बेहतर व्यवस्थाएँ:
सुरक्षा: 50,000 पुलिसकर्मी, 14,000 होम गार्ड और 2,750 एआई-समर्थित सीसीटीवी कैमरे।
परिवहन: 14 नए फ्लाईओवर, 9 स्थायी घाट, 120 इलेक्ट्रिक बसें, विशेष रेलवे सेवाएँ।
आवास: हजारों तंबू और शरणस्थल, बुनियादी से सुपर डीलक्स सुविधाओं तक।
नेविगेशन: 800 बहुभाषी साइनेज और एक समर्पित ऐप।
स्वास्थ्य एवं स्वच्छता: 6,000 बिस्तर, 43 अस्पताल, 25 सेक्टरों में भोजन की सुरक्षा, 5,000 गैस सिलेंडरों की दैनिक आपूर्ति।
महाकुंभ 2025 ने अत्याधुनिक व्यवस्थाओं और आध्यात्मिक महत्व के साथ एक नया मापदंड स्थापित किया है, जो परंपरा और तकनीक को जोड़कर वैश्विक दर्शकों को आकर्षित कर रहा है।