गौतम अडानी पर अमेरिका में आरोप: आरोप, खंडन, और शेयर बाजार में गिरावट
अरबपति गौतम अडानी और उनके अधिकारियों पर सोलर ऊर्जा अनुबंध प्राप्त करने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए इन आरोपों ने भारत में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया और अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
क्या हैं आरोप?
- अमेरिकी अभियोजकों का आरोप है कि गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य ने $265 मिलियन (लगभग ₹2,200 करोड़) की रिश्वत भारतीय अधिकारियों को दी, जिससे उन्हें $2 बिलियन के लाभ वाले अनुबंध मिले।
- अडानी ग्रीन और एज़्योर के अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर रिश्वत दी ताकि व्यावसायिक लाभ हासिल किया जा सके।
- अडानी और उनके भतीजे पर सिक्योरिटीज धोखाधड़ी, साजिश, और वायर फ्रॉड के आरोप लगाए गए हैं।
- US SEC (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन) ने उनके खिलाफ नागरिक मामला भी दर्ज किया है।
अडानी ग्रुप का खंडन
- अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को "निराधार" बताते हुए खारिज किया है।
- कंपनी ने कहा, "हम एक कानून का पालन करने वाले संगठन हैं, और इन आरोपों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।"
प्रमुख घटनाएं और प्रभाव:
भारतीय राज्यों में रिश्वत के आरोप:
- अभियोजकों के अनुसार, 2021-2023 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों को रिश्वत दी गई।
- एक आंध्र प्रदेश के सरकारी अधिकारी को "Foreign Official #1" के रूप में नामित किया गया है, जिसे ₹1,750 करोड़ की रिश्वत देने का आरोप है।
शेयर बाजार में गिरावट:
- अडानी ग्रुप की 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट हुई।
- अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 23% से अधिक गिर गए।
- निवेशकों को ₹2.60 लाख करोड़ का नुकसान हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव:
- केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने एक प्रक्रिया रद्द कर दी, जिसमें अडानी ग्रुप को देश के मुख्य हवाई अड्डे का नियंत्रण मिलना था।
- साथ ही, केन्या ने अडानी ग्रुप के साथ $736 मिलियन के सार्वजनिक-निजी साझेदारी समझौते को भी खत्म कर दिया।
राजनीतिक विवाद:
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अडानी को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "अडानी ने भ्रष्टाचार से भारत की संपत्तियां हासिल कीं और भाजपा को समर्थन दिया।"
- राहुल गांधी ने संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच और गौतम अडानी की गिरफ्तारी की मांग की।
- भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिन राज्यों का जिक्र अमेरिकी अभियोग में है, वे विपक्षी दलों द्वारा शासित हैं।
- भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "इनमें से किसी भी राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री नहीं हैं। कानून अपना काम करेगा।"
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निष्कर्ष:
गौतम अडानी पर अमेरिकी अदालत में लगाए गए ये आरोप न केवल भारतीय राजनीति में हलचल पैदा कर रहे हैं, बल्कि अडानी ग्रुप की वित्तीय स्थिरता पर भी सवाल उठा रहे हैं। क्या यह मामला भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर गहरा असर डालेगा? समय ही इसका उत्तर देगा।