एमपी न्यूज़: शहडोल में 10 घंटे से लगातार बारिश, घरों में घुसा पानी; पुल से सात फीट ऊपर बह रही नदी, स्कूलों में छुट्टी
शहडोल में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शहर जलमग्न हो गया है। शहडोल से उमरिया को जोड़ने वाला पाली रोड और आकाशवाणी के पास स्थित मुड़ना नदी दो दशक बाद पुल के ऊपर से बह रही है, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में पिछले 10 घंटे से लगातार बारिश हो रही है, जिससे शहर में तालाब जैसी स्थिति बन गई है। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे कई गांवों का आवागमन बाधित हो गया है और उनका जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। मुड़ना नदी 20 साल बाद फिर से अपने विकराल रूप में दिख रही है। बारिश के कारण प्रदेश के राज्यपाल का दौरा लगातार दूसरे दिन भी रद्द करना पड़ा।
लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के कई क्षेत्रों में घरों और दुकानों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। रात करीब 10 बजे से शुरू हुई बारिश अब तक जारी है। नदी के पास सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मुड़ना नदी के पांडव नगर पुल, एमपीईबी कॉलोनी पुल और अन्य स्थानों पर पानी ओवरफ्लो होने के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। बारिश के कारण कलेक्टर ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है।
दो दशक बाद पुल के ऊपर बहा पानी
शहडोल से उमरिया को जोड़ने वाला पाली रोड और आकाशवाणी के पास स्थित मुड़ना नदी पुल के ऊपर से बह रही है, जिससे पुल से करीब सात फीट ऊपर पानी बह रहा है और यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है। स्थानीय निवासी यूनुस खान का कहना है कि यह पुल दो दशक पहले बंद हुआ था। शुक्रवार रात की भारी बारिश के कारण शनिवार सुबह से मार्ग बंद हो गया है। यह सड़क शहडोल से पाली और उमरिया को जोड़ने का मुख्य मार्ग है। भारी भीड़ नदी को देखने के लिए जमा हो रही है।
सिंगापुर रोड बंद
सिंगापुर रोड पर स्थित पांडा नाला रात से ही तेज बहाव में बह रहा है, जिससे शहडोल-पंडरिया मार्ग अवरुद्ध हो गया है। यह मार्ग छत्तीसगढ़ के रायपुर को जोड़ता है, लेकिन आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। दोनों ओर पुलिस बल तैनात है और लोगों को रोक दिया गया है।
बांधवगढ़ मार्ग बंद
कोनी में मुड़ना नदी के उफान पर होने के कारण शहडोल से बांधवगढ़ जाने वाला मुख्य मार्ग भी बंद हो गया है। यह सड़क बांधवगढ़ होते हुए मानपुर जाती है। भारी बारिश के कारण यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। यह नदी शहडोल और उमरिया जिलों की सीमा निर्धारित करती है। दोनों जिलों की पुलिस ने तैनाती कर आवागमन बंद कर दिया है। यहां नए पुल का निर्माण चल रहा है, लेकिन पुराना पुल बंद है। हालांकि नए पुल से पैदल लोग आ-जा सकते थे, लेकिन अब नया पुल भी पानी में डूब गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह से रुक गया है और सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया है।
लोगों ने जोखिम में डालकर नदी देखी
हालांकि नदी-नाले उफान पर हैं, लेकिन लोग जान की परवाह किए बिना पानी में खड़े होकर बहती नदी को देख रहे हैं। उनके साथ छोटे बच्चे भी हैं, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं है। इस दौरान पुलिस भी वहां मौजूद नहीं थी।
नदियों के दोनों ओर लंबा जाम
नदी-नालों के उफान पर होने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। लोग पानी के उतरने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे अपने घरों के लिए रवाना हो सकें।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पानी घुसा
शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में कई घरों में पानी भर गया है। रात से ही लोग पंप की मदद से घरों से पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। नगर पालिका ने हाल ही में नाली का निर्माण किया था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण बारिश का पानी नाली में न जाकर घरों में घुस रहा है।
स्कूलों में छुट्टी घोषित
लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कलेक्टर ने जिले के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों के लिए अवकाश की घोषणा कर दी है। कलेक्टर केदार सिंह ने बताया कि अत्यधिक वर्षा को ध्यान में रखते हुए यह अवकाश घोषित किया गया है। सभी शिक्षकों को शासकीय कार्य के लिए विद्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।