अमित शाह ने मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, कल दोपहर 12 बजे अहम बैठक: सूत्र
मुख्य बिंदु
- सुरक्षा समीक्षा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मणिपुर में बढ़ती हिंसा और सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, वह कल दोपहर 12 बजे विस्तृत बैठक करेंगे।
- इंफाल में कर्फ्यू और इंटरनेट बंद:
- इंफाल वेस्ट और ईस्ट में कर्फ्यू लगाया गया।
- सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
- यह कदम छह लोगों की हत्या के बाद उठाया गया, जिनके शव जिरीबाम में मिले थे।
घटनाओं का क्रम
अपहरण और हत्या:
- सोमवार को जिरीबाम जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के बाद तीन महिलाएं और तीन बच्चे, जो राहत शिविर में रह रहे थे, लापता हो गए।
- मणिपुर के मेइती संगठनों ने आरोप लगाया कि इन लोगों को कुकी आतंकियों ने अगवा किया।
- शनिवार को सभी शव बरामद किए गए, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया।
भीड़ का हमला:
- हिंसा बढ़ने के साथ भीड़ ने कई विधायकों के घरों पर हमला किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
- यह आक्रोश अपहरण और हत्याओं के खिलाफ था।
बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला:
- 11 नवंबर को आतंकियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया।
- सुरक्षा बलों ने हमले को विफल कर दिया, जिसमें 11 आतंकी मारे गए।
राजनीतिक घटनाक्रम
NPP का समर्थन वापसी:
- कॉनराड संगमा की नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) ने मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया।
- NPP ने BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह पर राज्य में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने में असफल होने का आरोप लगाया।
- हालांकि, BJP के पास अपने 37 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत है, जिससे सरकार पर NPP के कदम का प्रभाव सीमित रहेगा।
BJP के सहयोगी दल:
- Naga People’s Front (NPF): 5 विधायक।
- जनता दल (यूनाइटेड): 1 विधायक।
- निर्दलीय: 3 विधायक।
स्थिति की गंभीरता
मणिपुर में जारी हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता ने राज्य में शांति बहाली की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। अमित शाह की बैठक से स्थिति के समाधान की दिशा में नए कदम उठने की उम्मीद है।