पवन कल्याण ने 'सनातन धर्म प्रमाणन' प्रणाली का प्रस्ताव रखा, प्रसाद की शुद्धता सुनिश्चित करने की मांग
मुख्य बिंदु:
- सनातन धर्म प्रमाणन: पवन कल्याण ने प्रसाद और मंदिरों में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म प्रमाणन' प्रणाली का प्रस्ताव दिया।
- सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड: देश और राज्य स्तर पर 'सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड' बनाने की मांग।
- वर्षिक निधि का आवंटन: इस बोर्ड की गतिविधियों को समर्थन देने के लिए वार्षिक निधि का प्रस्ताव।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना, राम मंदिर समारोह के संबंध में।
घटना का विवरण
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने गुरुवार को तिरुपति में एक जनसभा को संबोधित करते हुए 'सनातन धर्म प्रमाणन' प्रणाली का प्रस्ताव रखा। यह प्रणाली भारत के सभी मंदिरों में प्रसाद और अन्य धार्मिक वस्त्रों में प्रयुक्त सामग्रियों की शुद्धता सुनिश्चित करेगी। पवन कल्याण ने कहा कि इस प्रमाणन प्रणाली से मंदिरों की पवित्रता और धार्मिक परंपराओं की सुरक्षा होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म की मान्यताओं और परंपराओं को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर 'सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड' का गठन होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने एक मजबूत राष्ट्रीय कानून की आवश्यकता पर जोर दिया, जो पूरे भारत में समान रूप से लागू हो। पवन कल्याण ने कहा कि इस कानून के माध्यम से सनातन धर्म के सिद्धांतों की रक्षा और पालन सुनिश्चित किया जा सकेगा।
विवाद की पृष्ठभूमि
यह बयान तिरुपति मंदिर में लड्डू के वितरण से संबंधित चल रहे विवाद के संदर्भ में आया है। हाल ही में मंदिर में वितरित किए जा रहे लड्डुओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे थे, जिसके बाद पवन कल्याण ने इस तरह की प्रणाली की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि 'सनातन धर्म प्रमाणन' प्रणाली मंदिरों में दी जा रही सामग्री की शुद्धता को बनाए रखने में सहायक होगी और धार्मिक परंपराओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड की मांग
पवन कल्याण ने 'सनातन धर्म संरक्षण बोर्ड' की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह बोर्ड सनातन धर्म के सिद्धांतों को बनाए रखने और संरक्षित करने के लिए जिम्मेदार होगा। इस बोर्ड की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए वर्षिक निधि आवंटित करने की भी आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी आह्वान किया कि सनातनियों (हिंदुओं) को एकजुट होना चाहिए और क्षेत्रीय, भाषाई और अन्य विभाजनों को पार करते हुए सनातन धर्म पर हो रहे हमलों के खिलाफ एक साथ खड़ा होना चाहिए।
राहुल गांधी की आलोचना
अपने भाषण में पवन कल्याण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के समारोह को 'नाच-गाना सभा' कहा था। पवन कल्याण ने कहा, "राहुल गांधी राम मंदिर के अयोध्या समारोह को 'नाच-गाना सभा' कहते हैं। आप सनातनी हिंदुओं की भावनाओं को आहत करते हैं और फिर सत्ता के लिए उनके वोट मांगते हैं? आप मोदी जी से नफरत कर सकते हैं, हमसे नफरत कर सकते हैं, लेकिन भगवान राम से नफरत करने की हिम्मत न करें।"
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निष्कर्ष
पवन कल्याण के इस प्रस्ताव ने सनातन धर्म के अनुयायियों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है। उनका उद्देश्य मंदिरों की पवित्रता को बनाए रखना और सनातन धर्म के खिलाफ किसी भी प्रकार के अपमान या हमले से रक्षा करना है।