कर्ज वसूली एजेंटों द्वारा उत्पीड़न के कारण यूपी परिवार ने की आत्महत्या: आरोप
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के सपनावत गांव में एक दंपति और उनकी 18 वर्षीय बेटी ने कथित तौर पर निजी बैंक के कर्ज वसूली एजेंटों द्वारा उत्पीड़न के बाद आत्महत्या कर ली। घटना कपुरपुर क्षेत्र के सपनावत गांव में हुई।
मुख्य बिंदु:
- पीड़ित: संजीव राणा (48), उनकी पत्नी प्रेमवती (45) और उनकी बेटी पायल (18) ने कथित तौर पर जहर का सेवन किया।
- कारण: परिवार पर ₹5 लाख के कर्ज को चुकाने में असफल रहने के कारण वसूली एजेंटों द्वारा उत्पीड़न का आरोप है।
- परिस्थितियां: घटना के समय दंपति के नाबालिग बेटे घर पर नहीं थे।
- जांच: प्रारंभिक जांच में आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है, हालांकि अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के सपनावत गांव में एक दर्दनाक घटना में, एक दंपति और उनकी 18 वर्षीय बेटी ने कथित तौर पर निजी बैंक के कर्ज वसूली एजेंटों द्वारा उत्पीड़न के बाद आत्महत्या कर ली। 48 वर्षीय संजीव राणा ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए ₹5 लाख का कर्ज लिया था, लेकिन उसे चुकाने में असमर्थ रहे।
पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, 31 अगस्त की रात को पांच वसूली एजेंट राणा के घर आए और उन्होंने कथित तौर पर परिवार को धमकी दी। उत्पीड़न से परेशान होकर, संजीव राणा, उनकी पत्नी प्रेमवती और उनकी बेटी पायल ने जहर का सेवन कर लिया।
गांव वालों ने परिवार को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन रविवार रात संजीव राणा की मौत हो गई, इसके बाद सोमवार को उनकी पत्नी और बेटी की भी मृत्यु हो गई।
प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिलता है कि परिवार की आर्थिक तंगी और वसूली एजेंटों के दबाव के कारण यह दुखद घटना हुई। हालांकि, अभी तक पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
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पुलिस मामले की जांच जारी रखे हुए है, और ग्रामीणों का कहना है कि वसूली एजेंटों द्वारा लगातार उत्पीड़न ने परिवार को इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर किया।