उदयपुर में पैंथर के हमले से मंदिर पुजारी की मौत, 11 दिनों में 7वीं मौत
मुख्य बिंदु:
- उदयपुर में पैंथर के हमले से 11 दिनों में 7वीं मौत।
- पैंथर हमलों से स्थानीय लोगों में भारी डर, स्कूल बंद, लोगों को शाम के बाद घरों से न निकलने की सलाह।
- पुलिस और वन विभाग ने पैंथर को पकड़ने के लिए कई जगहों पर जाल बिछाए।
उदयपुर के एक गाँव में सोमवार को एक पैंथर के हमले में एक मंदिर के पुजारी की मौत हो गई, जिससे पिछले 11 दिनों में जान गंवाने वालों की संख्या 7 हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पैंथर ने पुजारी को सोमवार की सुबह जंगल में खींच लिया, जहां बाद में उनका शव मिला।
पैंथर के बढ़ते हमलों से भयभीत ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुलिस और वन विभाग ने विभिन्न स्थानों पर जाल बिछाए हैं। हालांकि, कुछ पैंथरों को पकड़ लिया गया है, लेकिन हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
स्थानीय लोग पैंथर के हमलों से डरे हुए हैं, और कई इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। लोगों को शाम के बाद घरों से बाहर न जाने और केवल समूह में बाहर जाने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी रात के समय बाहर न निकलने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा के लिए डंडे या अन्य हथियार रखने की सलाह दी गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि सभी हमलों में एक ही पैंथर शामिल है या नहीं, लेकिन सभी मामलों में जानवर की हरकतें और हमलों की प्रकृति एक जैसी रही हैं।
घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस को जंगल से पुजारी का शव निकालते हुए दिखाया गया है और आसपास कई ग्रामीण जमा हुए थे।