बाइडेन और नेतन्याहू के बीच वार्ता, इज़राइल ने ईरान पर हमले की चेतावनी दी
मुख्य बिंदु:
- बाइडेन और नेतन्याहू ने ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच चर्चा की।
- इज़राइल ने ईरान पर घातक और आश्चर्यजनक हमले की चेतावनी दी।
- ईरान के हमले के बाद पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है।
बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच फोन पर बात की। इस दौरान इज़राइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि ईरान पर इज़राइल का हमला "घातक, सटीक और अप्रत्याशित" होगा। यह बातचीत अगस्त के बाद बाइडेन और नेतन्याहू के बीच पहली ज्ञात वार्ता थी, जो ईरान और हिज़बुल्ला के साथ इज़राइल के बढ़ते संघर्ष के बीच हुई।
मध्य पूर्व पिछले हफ्ते के मिसाइल हमले के बाद से अस्थिर है, जो तेहरान ने लेबनान में इज़राइल की सैन्य कार्रवाई के जवाब में किया था। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, और वॉशिंगटन ने इसे "असफल" बताया।
गैलेंट ने इस पर कहा, "जो भी हम पर हमला करेगा, उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। हमारा हमला घातक, सटीक और, सबसे बढ़कर, आश्चर्यजनक होगा।" उन्होंने यह भी कहा कि हमले के नतीजे अप्रत्याशित होंगे और ईरान समझ नहीं पाएगा कि क्या हुआ।
इससे पहले, नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान को उसके मिसाइल हमले के लिए भुगतान करना होगा। वहीं, तेहरान ने कहा है कि किसी भी प्रतिशोध का जवाब बड़ी तबाही से दिया जाएगा। इस संघर्ष से पूरे तेल उत्पादक क्षेत्र में एक बड़े युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जो अमेरिका को भी इसमें खींच सकता है।
बाइडेन और नेतन्याहू के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण रहे हैं, खासकर गाजा में युद्ध और हिज़बुल्ला के साथ संघर्ष को लेकर।
ईरान और हिज़बुल्ला के खिलाफ इज़राइल की जवाबी कार्रवाई, वॉशिंगटन द्वारा उपयुक्त मानी जा रही है, लेकिन ईरान के तेल क्षेत्रों पर हमले के विकल्पों पर भी चर्चा की जा रही है।