ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस: ईरान के सैन्य ठिकानों पर इस्राइली हमला, जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
मुख्य बातें:
- इस्राइली हमला पूरे मध्य पूर्व में संघर्ष को युद्ध में बदलने का खतरा
- तेहरान और आस-पास के क्षेत्रों में 'सटीक' हवाई हमले किए गए
शनिवार को इस्राइल ने ईरान पर सीधे हवाई हमले शुरू किए, जिसे उन्होंने 'ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस' का नाम दिया है। इस्राइली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने ईरानी राजधानी तेहरान और आसपास के क्षेत्रों में "सटीक सैन्य ठिकानों" पर कम से कम तीन दौर के हमले किए। इस्राइल का कहना है कि यह "ईरानी शासन के निरंतर हमलों" के जवाब में कार्रवाई है।
ईरान ने दावा किया कि उनकी रक्षा प्रणाली ने हमलों को रोक लिया, हालांकि कुछ स्थानों पर "सीमित क्षति" हुई है। कुछ घंटों बाद, इस्राइली सेना ने घोषणा की कि उनके हमले सफलतापूर्वक पूरे हो गए और उन्होंने अपने लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। एक ईरानी सूत्र ने इस्राइल की "आक्रामकता" के लिए "अनुपातिक जवाब" की चेतावनी दी।
ISRAEL STRIKES IRAN | ताज़ा घटनाक्रम:
- इस्राइली सेना के एक बयान में कहा गया कि उन्होंने "सैन्य ठिकानों" पर "सटीक हमले" किए, और कहा कि अगर ईरानी शासन ने संघर्ष बढ़ाने की कोशिश की, तो वे जवाब देने के लिए बाध्य होंगे।
- ईरानी मीडिया ने तेहरान और आसपास के सैन्य ठिकानों में कई विस्फोटों की सूचना दी। तीन दौर में हमले किए गए, और स्थानीय निवासियों ने पहले दौर में सात धमाकों की आवाज़ सुनी।
- इस्राइली मीडिया के अनुसार, 100 से अधिक फाइटर जेट्स ने 20 से अधिक स्थानों पर हमले किए। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योआव गैलेंट हमलों के दौरान तेल अवीव के सैन्य मुख्यालय में मौजूद थे।
- इस्राइली हमलों में ईरान की ऊर्जा या परमाणु सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया था, हालांकि कुछ रिपोर्टों में ईरान के तेल संयंत्रों पर हमले की आशंका जताई जा रही थी। पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम तेहरान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
- ईरान ने कहा कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने इस्राइली "आक्रामकता" का सामना किया और कहा कि इस्राइल को किसी भी कार्रवाई के लिए "प्रतिक्रिया" का सामना करना पड़ेगा।
- ईरान ने सभी उड़ानों को अगली सूचना तक रद्द कर दिया, और इस्राइल ने भी अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इराक के परिवहन मंत्रालय ने भी क्षेत्रीय तनाव के कारण सभी हवाई अड्डों पर उड़ानों को निलंबित कर दिया है।
- व्हाइट हाउस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिका को इस्राइल के इस हमले की जानकारी थी, लेकिन उसने कोई भागीदारी नहीं की और इसे "आत्मरक्षा" के तहत लिया गया कदम बताया।
- इस्राइली सेना ने बताया कि हमलों में मिसाइल निर्माण इकाइयों को निशाना बनाया गया था, जो ईरान द्वारा इस्राइल पर हमलों में इस्तेमाल की जाती थीं। सेना ने कहा कि हमले का उद्देश्य प्राप्त कर लिया गया है।
- यह इस्राइली हमला ईरान के 1 अक्टूबर को तेल अवीव और इस्राइली हवाई अड्डों पर 180 मिसाइलों के हमले के बाद हुआ है।
- इस बीच, इस्राइली सेना ने इराक और सीरिया में भी कई स्थानों पर हमले किए। इराक के तिकरित, बेजी, समर्रा, अल-दौर और दियाला में जोरदार धमाकों की आवाज़ सुनाई दी। शनिवार को इस्राइल ने दक्षिणी और मध्य सीरिया के कई सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया।