इंस्पेक्टर शिंदे ने बताया कि आरोपी ने धमकी दी और दो और गोलियां चलाईं, जो चूक गईं
इंस्पेक्टर शिंदे के अनुसार, आरोपी ने उन्हें और अन्य अधिकारियों को धमकाया और दो और गोलियां चलाईं, जो दोनों निशाने से चूक गईं। अपने और अपने साथियों की जान के खतरे को देखते हुए, इंस्पेक्टर शिंदे ने आत्मरक्षा में एक गोली चलाई, जिससे अक्षय शिंदे घायल हो गया। अक्षय वैन के अंदर गिर पड़ा, और अधिकारियों ने स्थिति पर फिर से नियंत्रण पा लिया।
मुख्य समाचार:
- पुलिस मुठभेड़ में कुल चार राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से एक गोली अक्षय शिंदे द्वारा एपीआई मोरे को लगी।
- दो गोलियां निशाने से चूकीं और अंतिम गोली इंस्पेक्टर शिंदे ने आत्मरक्षा में चलाई।
- पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने वैन से सभी कारतूस के खोल बरामद किए।
- मामले की जांच CID को सौंपने की सिफारिश की गई, क्योंकि इसे हिरासत में मौत का मामला माना जा रहा है।
विवरण: इंस्पेक्टर शिंदे ने बताया कि घटना के दौरान कुल चार राउंड गोलियां चलीं। अक्षय शिंदे द्वारा चलाई गई एक गोली एपीआई मोरे को लगी, जबकि दो गोलियां चूक गईं। अंतिम गोली इंस्पेक्टर शिंदे ने आत्मरक्षा में चलाई, जिससे अक्षय घायल हो गया और वैन के अंदर गिर पड़ा।
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) और पुलिस टीमों ने वैन से सभी कारतूस के खोल बरामद किए और घटना की जांच शुरू की।
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सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने इस मामले को आपराधिक जांच विभाग (CID) को सौंपने की सिफारिश की है। हिरासत में मौत के रूप में देखे जा रहे इस मामले में कैदियों की ट्रांजिट के दौरान पालन किए जाने वाले मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) के उल्लंघन की संभावनाओं की भी जांच की जाएगी।