अतिशी आज दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी, साथ में होंगे 5 मंत्री
मुख्य समाचार बिंदु:
- अतिशी की शपथ ग्रहण: अतिशी आज दिल्ली की सबसे युवा और तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी।
- नई मंत्रिपरिषद: AAP के वरिष्ठ नेता और नए चेहरे मुकेश अहलावत भी आज शपथ लेंगे।
- केजरीवाल का इस्तीफा: अरविंद केजरीवाल ने अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल मचाई।
- आगामी चुनाव: अतिशी को चुनावी तैयारियों के साथ-साथ कई लंबित योजनाओं को भी तेजी से लागू करना होगा।
- महिला सशक्तिकरण: अतिशी के कार्यकाल के दौरान महिला सम्मान योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर जोर रहेगा।
AAP नेता अतिशी आज दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल के अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद यह जिम्मेदारी संभाली है।
दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने जा रहीं अतिशी आज शनिवार को 5 विधायकों के साथ शपथ ग्रहण करेंगी, जो नई मंत्रिपरिषद का हिस्सा होंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में शाम 4:30 बजे आयोजित होगा और एक सादे रूप में संपन्न किया जाएगा।
अतिशी के साथ AAP के वरिष्ठ नेता गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन भी आज शपथ लेंगे। दिल्ली मंत्रिमंडल में एक नया चेहरा भी शामिल होगा - सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने और AAP के दलित चेहरे मुकेश अहलावत।
मंगलवार को AAP विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से अतिशी को मुख्यमंत्री नामित किया गया, जब अरविंद केजरीवाल ने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई।
AAP प्रमुख के इस कदम से कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में जमानत दी थी।
दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं, और केजरीवाल ने कहा कि वह तभी मुख्यमंत्री पद पर लौटेंगे, जब जनता उन्हें "ईमानदारी का प्रमाण पत्र" देगी।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाली अतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी, जिनसे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित ने यह पद संभाला था।
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अतिशी का राजनीतिक सफर:
2015 में सलाहकार से लेकर 2020 में विधायक और अब 2024 में मुख्यमंत्री बनने तक, AAP में अतिशी का उदय बहुत तेजी से हुआ है। उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में काम करते हुए सरकारी स्कूलों में शिक्षा में सुधार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालांकि, मुख्यमंत्री के रूप में अपने संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान, अतिशी को कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
चुनावी तैयारियों के अलावा, अतिशी सरकार को लंबित कल्याणकारी योजनाओं, जैसे मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2.0, और सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी जैसी योजनाओं को तेजी से लागू करना होगा।