भारत ही नहीं, अमेरिका भी कनाडा से होने वाले आतंकवाद के खतरों को लेकर चिंतित
मुख्य बिंदु:
- अमेरिका की सुरक्षा चिंताएं: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त 'बॉर्डर सीजर' टॉम होमन ने कनाडा की सीमा सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कनाडा-अमेरिका सीमा को आतंकवादी "गेटवे" के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कनाडाई सरकार से अपनी सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता बताई।
- पाकिस्तानी आतंकवादी का मामला: सितंबर 2023 में, एक पाकिस्तानी नागरिक को क्यूबेक में गिरफ्तार किया गया जो न्यूयॉर्क शहर में यहूदी लोगों पर हमला करने की योजना बना रहा था।
- भारत की चिंताएं: भारत लंबे समय से कनाडा पर अपनी सुरक्षा के लिए खतरे को उजागर कर रहा है। भारत ने कनाडा पर खालिस्तानी आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगाया है, और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर वोट बैंक राजनीति के तहत इन आतंकियों पर कोई सख्त कदम न उठाने का आरोप लगाया।
- बढ़ते अवैध सीमा पार मामले: अमेरिका के स्वैंटन सेक्टर में, जिसमें वर्मोंट और न्यूयॉर्क का हिस्सा आता है, अवैध सीमा पार करने वालों की संख्या में तेजी आई है। पिछले वर्ष में 97 देशों के 19,000 से अधिक लोग सीमा पार करते हुए पकड़े गए।
- मानव तस्करी का खतरनाक व्यापार: कनाडा-अमेरिका सीमा पर बढ़ते मानव तस्करी मामलों का कारण संगठित अपराध समूह हैं, जो प्रत्येक व्यक्ति से $1,500 से $6,000 तक शुल्क लेते हैं। इन जोखिम भरे रास्तों में जंगल, नदियाँ और खेती के क्षेत्र शामिल हैं, जहां कई बार यात्रियों की मौत तक हो जाती है।
- अमेरिका-कनाडा सहयोग और वीजा शर्तें: बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के बीच, अमेरिका और कनाडा ने सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सहयोग की मांग की है। अमेरिका के दबाव के कारण कनाडा ने कुछ देशों, जैसे मेक्सिको, के नागरिकों के लिए वीजा शर्तें फिर से लागू कर दीं।
पूरी खबर:
अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी टॉम होमन ने अमेरिका-कनाडा सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने का आह्वान किया, ताकि आतंकवाद और मानव तस्करी के खतरों से निपटा जा सके। उनका कहना है कि कनाडा की सीमाएं कमजोर हैं और उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाना चाहिए।