दिल्ली में पटाखों पर बैन के बावजूद दिवाली पर बुरी तरह बिगड़ी हवा की गुणवत्ता
मुख्य बिंदु:
- दिवाली पर दिल्ली में भारी पटाखा जलाए जाने के कारण वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी के उच्च स्तर पर पहुँच गई।
- दिल्ली में सुबह 6 बजे AQI 359 दर्ज हुआ, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
- दिल्ली के कई क्षेत्रों में PM2.5 का स्तर 900 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुँच गया, जो सुरक्षित सीमा से 15 गुना अधिक है।
दिल्ली में दिवाली के अवसर पर पटाखों के जलने से वायु गुणवत्ता में बुरी गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद कि दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी, 2025 तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, लोग भारी मात्रा में पटाखे फोड़ते नज़र आए।
प्रमुख घटनाक्रम:
- कई क्षेत्रों जैसे लाजपत नगर, कालकाजी, चतरपुर, जौनापुर, ईस्ट ऑफ कैलाश, साकेत, रोहिणी और द्वारका में पटाखों का प्रचलन देखा गया।
- सुबह 6 बजे कई क्षेत्रों जैसे बुराड़ी क्रॉसिंग (394), जहांगीरपुरी (387), आरके पुरम (395) और आनंद विहार (395) में AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में था।
- दिल्ली से सटे क्षेत्रों जैसे नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी वायु गुणवत्ता 'खराब' से 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जिसमें गाजियाबाद और गुरुग्राम का AQI 316 और 348 रहा।
दिल्ली सरकार द्वारा गठित 377 टीमों ने प्रतिबंध के पालन के लिए कार्रवाई की, और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत केस दर्ज करने की चेतावनी दी गई।